छूने की कोशिश में,
अपने कदम,
जमीं से उखाड बैठते हैं,
अक्सर होता मगर ये है कि -
उनको जमीं,
आसमां का भरम देती है.
उन्हें लगता है कि वह,
सितारों के बस करीब हैं,
मगर हकीकत में,
वह जमीं से थोडा ऊपर,
और आसमां से बहुत नीच होते हैं,
ता उम्र वो एक मरीचिका में जीते हैं,
ता उम्र मुठ्टी में हवाओं को,
कैद करने की नाकाम कोशिश करते हैं...
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