जब भी कुछ नया लिखना,
पुराना सब पौंछ कर लिखना,
हर एक सफ्हे में,
एक उम्र तमाम होती है,
लाज़मी है हर एक लफ्ज़,
सोच कर लिखना,
गर जो लौटी हो जिंदगी,
किसी ख्वाब के उफक को छूकर,
एक बार ज़रा यूँहीं खुद को,
नोच कर लिखना...
पुराना सब पौंछ कर लिखना,
हर एक सफ्हे में,
एक उम्र तमाम होती है,
लाज़मी है हर एक लफ्ज़,
सोच कर लिखना,
गर जो लौटी हो जिंदगी,
किसी ख्वाब के उफक को छूकर,
एक बार ज़रा यूँहीं खुद को,
नोच कर लिखना...
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