ताज़ा गीत- love Story

17.3.12

मेरा जश्न अधूरा है


कहीं है खलिश सी ख्वाहिश में,
मेरा जश्न अधूरा है,
कोई है कमी सी कोशिश में,
मेरा जश्न अधूरा है.

मुझको अँधेरी रातों में,
एक घर बुलाता है,
जहाँ छत टपकती है बारिश में,
मेरा जश्न अधूरा है.

कुछ आहें टूट टूट कर,
मुझसे लिपटती है,
क्या शामिल हूँ मैं इस साजिश में,
मेरा जश्न अधूरा है.

गुमनाम सुरों के दरिया में,
खामोश सफीना है,
एक दर्द रवां हर बंदिश में,
मेरा जश्न अधूरा है.

बेख़ौफ़ अंधेरों से हूँ लेकिन,
सफर है जवां अभी,
और चाँद धुवां है गर्दिश में,
मेरा जश्न अधूरा है.

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