ताज़ा गीत- love Story

1.2.13

युवा धडकनों की आवाज़ है 'बीट ऑफ इंडियन यूथ'

मेरे संगीतकार मित्र जिबिन जोर्ज सबास्टीन ने एक दिन मुझसे संपर्क किया और कहा कि वो एक अनूठी एल्बम की योजना बना रहे हैं, एक ऐसी एल्बम जिससे पूरे देश के नौजवानों को प्रेरित किया जा सके, जिसमें युवाओं की आवाज़ में उन्हीं की दिल की बात हो, अब जब बात पूरे भारत की हो रही हो तो केवल एक भाषा में कैसे हो सकती है. इस बहुभाषीय देश की हर भाषा में एक गीत हो एल्बम में. सुनने में मुझे एक मुश्किल सा काम लगा पर मुझे लगा कि अगर ऐसा हो पाया तो वाकई मज़ा आ जायेगा. खैर मैंने जिबिन को आश्वासन दिया कि मैं इस काम में उसका साथ अवश्य दूँगा. 

फिर कुछ दिन बाद जिबिन ने मुझे दो कवितायेँ दिखायीं जो किसी अन्य ने नहीं महान वैज्ञानिक और हमारे पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम के लिखे हुए थे, जिबिन इन्हें लेकर एल्बम की रूप रेखा बनाना चाह रहा था, दूसरे लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की तरफ से उसके पास ये पत्र भी था कि जिस तरह के एल्बम की वो योजना बना रहा है वैसी एल्बम अभी तक नहीं आई है, यानी कि अगर एल्बम बने तो इसे गिनिस और लिम्का बीक ऑफ रेकॉर्ड्स में स्थान जरूर मिल जायेगा. अब हमारे पास एल्बम के लिए दो सशक्त वजहें तैयार थीं. 

कुछ महीनों तक मामला ठंडा रहा. फिर अगस्त २०११ में अचानक इस एल्बम को लेकर सरगर्मियां बढ़ गयी जब जिबिन ने मुझसे कृष्ण राजकुमार की एक धुन पर एल्बम का शीर्षक गीत लिखने को कहा. धुन बहुत बढ़िया थी, जिस पर मैंने लिखा 'ताल ताल था थैया बोले, साज़ साज़ सुर नैया डोले, साँस साँस है बिखरा ये संगीत, गाँव गाँव है जादू इसका, शहर शहर में गूँजें, ये है beat of indian youth...". गीत के लिए गायक के रूप में उन्नीकृष्णन का चुनाव हो चुका था, गायिका को लेकर चर्चा जारी थी. मैंने कुहू का नाम सुझाया और उनसे बात कर गीत के लिए राज़ी भी कर लिया और इस तरह नितिन की शानदार मिक्सिंग के बाद ये शीर्षक गीत १५ अगस्त २०११ को एल्बम की अधिकृत साईट पर लॉन्च कर दिया गया. गीत को जबरदस्त प्रशंसा प्राप्त हुई, और इसके बाद अन्य संगीतकारों ने भी प्रोजेक्ट में रूचि दिखानी शुरू की. कुछ मामले जम गए तो कुछ नहीं, बहरहाल ढेढ साल की जबरदस्त मेहनत के बाद आखिरकार १३ गीतों से सजी एल्बम 'बीट ऑफ इंडियन यूथ' २६ जनवरी २०१३ को राष्ट के ६४ वें गणतंत्र के पवन अवसर पर देश को समर्पित हो ही गयी. एल्बम में थीम गीत के अलावा ए पी जे सर की कविता 'विज़न' के हिंदी लिरिक्स में भी मैंने योगदान दिया है. गीतकार के रूप में ए पी जे सर के साथ अपना नाम देखना बेहद सुखद है.

एक और गीत है मेरा- मानव बम्ब. ये एक अनूठा गीत है और इस विषय पर अभी तक कोई गीत नहीं बना है. मेरे खास मित्र जे एम् सोरेन के इसकी धुन बनायीं है. सोरेन ने एल्बम इस गीत के अलावा एक बंगला गीत और एक संथाली गीत भी रचा है. मेरे एक और मित्र बैंगलोर के रोशन डी' सूजा का भी एक शानदार गीत है एल्बम में. 'असतो मा' नाम का ये गीत है कोंकणी भाषा में. श्रीनिवास पंडा और सुबोध के गीतों के शामिल न हो पाना मुझे अफ़सोस है. यक़ीनन दोस्तों इस अनूठी एल्बम मुझे बेहद फक्र है. बतौर प्रोडूसर -गीतकार ये मेरी चौथी एल्बम है और मुझे खुशी है कि मैंने अपने हर एल्बम में कुछ अलग और हटके काम किया है अब तक. बतौर गीतकार ये 'पहला सुर' के बाद मेरी दूसरी एल्बम है. यू तो ५० से ऊपर सिंगल्स आ चुके हैं मेरे पर एक एल्बम का हिस्सा होना अलग ही सुख देता है. 

इस एल्बम में ९ भारतीय भाषाओं के कुल १३ गीत हैं. ए पी जी सर के गीत 'विज़न' नौजवानों को ख़ासा प्रेरित करने वाला है. ये एल्बम गिनिस बुक ऑफ रेकॉर्ड्स में अपना स्थान बनाने से बस दो कदम की दूरी पर है. पूरे देशभर से कुल ६४ कलाकारों ने इसमें अपना योगदान दिया है. जीरो बजट पर इस एल्बम को अंजाम तक पहुँचाने के लिए इस एल्बम की पूरी टीम बधाई की हकदार है. मुझे यकीन है कि आप भी अपनी प्रति प्राप्त कर इस एल्बम को सुनना और सहेजना चाहेंगें. एक बात और एक एल्बम की बिक्री से प्राप्त तमाम लाभांश को समाज की बेहतरी के लिए प्रयोग में लाया जायेगा.

लिंक्स इस प्रकार हैं - 


अधिकारिक साईट - http://www.beatofindianyouth.in/ 

झलकियाँ सुनें - http://www.beatofindianyouth.in/boiy-playlist-preview

खरीदने के लिए - http://cgi.ebay.in/ws/eBayISAPI.dll?ViewItem&item=261162983635    

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