ताज़ा गीत- love Story

20.3.12

थोडा सा नशा

थोडा सा नशा, थोड़ा सा ज़हर,
छूना न रूखे गुलज़ारों को,
कोई आब बुझा न पाएगी,
शबे हिज्र दिले अंगारों को,

ये भोली शक्लें धोखा है,
मासूम अदायें कातिल हैं,
एक तीरे नज़र से करती हैं,
घायल ये दिले बीमारों को,

गुलशन से सुना है वो जाने अदा,
आने वाले हैं लेके बहार,
किस रंग से रोशन आज करूँ,
इस घर की दरों दीवारों को,

फिर न कहना एकतरफा थी,
वो मेरी मोहब्बत में दीवानगी,
तुम भी तो दीवानों की तरह,
तरसे थे मेरे दीदारों को,

प्यासी धरती के आँचल से,
खेले ऐ हवाओं तुम होली,
राहत तो मिले कुछ तो ऐ खुदा,
तपती गर्मी के मारों को,

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